1853 का आज्ञा पत्र
इंग्लैण्ड के संसद से कंपनी द्वारा भारतीयों के लिए लाया गया। इसमें भारतीयों की शिक्षा पर विचार किया गया।
1854 में वुड का विवरण पत्र आया जिसे Wood’s Despatch कहा गया। यह 1813 की उपज थी।
19 जुलाई 1854 में वुड ने कंपनी को भारतीयों की शिक्षा के विषय में अपना विचार दिया।
वुड का घोषणा पत्र 1854 (Wood’s Despatch)
इसे Magna Carta of Indian Education (महाधिकार पत्र) कहा गया।
यह महाधिकार पत्र भारतीयों की शिक्षा के लिए उत्तरदायित्व का निर्धारण करना था।
यह उत्तरदायित्व ईस्ट इंडिया कम्पनी को दिया गया।
जितने भी कार्य हम भारतीयों के लिए उचित मानते हैं उसमे सर्वाधिक महत्वपूर्ण कार्य भारतीयों की शिक्षा है।
शिक्षा का मुख्य उद्देश्य
वुड – “हम मानसिक विकास की सहायता करके भारतीयों का नैतिक और चारित्रिक विकास करेंगे।”
भारतीयों को शिक्षित करके हम भारत में भौतिक संसाधनों का विकास करेंगे।
भारतीयों को राजपदों के लिए तैयार करना। साथ ही कहा गया कि भारतीयों को शिक्षित करेंगे तो भारतीय आत्मनिर्भर बनेंगे और राष्ट्र के विकास में योगदान करेंगे।
पाठ्यक्रम और शिक्षा
पाठ्यक्रम में प्राच्य और पाश्चात्य शिक्षा दोनों का प्रावधान था।
भारतीयों की शिक्षा के लिए लोक सेवा समिति हटा दी गई और प्रांतीय बोर्ड की स्थापना 5 – प्रान्तों (पंजाब, बंगाल, मद्रास, मुम्बई और उत्तरी पश्चिमी प्रदेश) में की गई।
इसके बाद कहा गया कि अब भारतीयों को उच्च शिक्षा दी जाएगी जिसमे अंग्रेजी भी पढ़ाया जाएगा।
उच्च शिक्षा के लिए भारत में उच्च शिक्षा केन्द्रों (मद्रास, कोलकाता और मुम्बई) की स्थापना की गई और इसका आधार लन्दन विश्वविद्यालय को बनाया गया।
इसमें कहा गया गया कि भारतीयों के लिए क्रमबद्ध शिक्षण संस्थान स्थापित किये जायें। जैसे –
देशी प्राथमिक विद्यालय
मिडिल स्कूल
हाईस्कूल
कॉलेज
विश्वविद्यालय
कहा गया कि भारतीयों को हम अनुदान देंगे उसके लिए ‘सहायता अनुदान प्रणाली’ का प्रयोग करेंगे और कहा गया कि छात्रवृत्ति देंगे, आवश्यकता की चीजें देंगे जिससे कोई विवाद न हो।
Wood’s Despatch में कहा गया कि अध्यापक प्रशिक्षण कार्य किया जाए। इस प्रशिक्षण में हम अध्यापक को वेतन देंगे, कौशल का विकास करेंगे और रुचिकर बनायेंगे।
व्यावसायिक शिक्षा की बात भी की गई।
नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के विषय में भी कहा गया।
Wood’s Despatch की कमी/ दोष
भारतीयों से कहा गया कि अगर आप पाश्चात्य शिक्षा (अंग्रेजी) का अध्ययन करेंगे तभी आपको नौकरी दी जाएगी।
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