स्लाइड का निर्माण एवं प्रयोग
स्लाइड के माध्यम से किसी वस्तु विशेष को उसके वास्तविक आकार से कई गुना अधिक बड़े रूप में दिखाया जा सकता है। इसे मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर नाम से भी जाना जाता है।
आज के समय में शिक्षा जगत में स्लाइड के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जा रही है।
स्लाइड प्रोजेक्टर क्या है?
स्लाइड प्रोजेक्टर 35 सेंटीमीटर की स्लाइड को बड़े रूप में स्क्रीन पर दिखाया जाता है। इस प्रोजेक्टर को बिजली के माध्यम से चलाया जाता है। इस यंत्र को उत्तल लेंस तथा अवतल लेंस के सहयोग से बनाया जाता है। स्लाइड को एक पक्षेपी बल्ब जिसमे हैलोजन गैस भरी रहती है जो दूधिया प्रकाश देती है, क्रमशः लगायी गयी स्लाइडो को स्वतः एक एक करके किसी रिमोर्ट कण्ट्रोल के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। प्रदर्शित चित्रों को शिक्षक छात्रों को बताता जाता है कि इस समय स्क्रीन पर क्या दिखाया जा रहा है, शिक्षक प्रदर्शित सामग्री से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओं को छात्रों को समझाता है।
स्लाइड प्रोजेक्टर की विशेषताएँ
स्लाइड प्रोजेक्टर की महत्वपूर्ण विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –
- स्लाइड प्रोजेक्टर के माध्यम से वास्तविक घटनाओं को बड़े – बड़े चित्रों के रूप में कक्षा में दिखाया जाता है।
- वर्तमान में अब स्वचालित मैकेनिज्म का उपयोग किया जा रहा है।
- इस प्रोजेक्ट में 120 स्लाइडो को क्रम से संचालित किया जाता है जिसे हम हाथ से या रिमोट कंट्रोल के द्वारा इन स्लाइडो को सरकाते जाते हैं।
- इस तकनीकी का रख – रखाव बहुत आसान होता है।
- इसमे स्क्रीन पर एक चमकीली एवं बड़ी आकृति द्वारा शिक्षण कार्य कराया जाता है।