हमारे देश में नवरात्रि पूजा का त्यौहार बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। हमारे देश में नवरात्रि को हिंदी में नौराते के नाम से जाना जाता है। यह एक वर्ष में दो बार आता है। नवरात्रि की पूजा नव दिनों तक होती है और इन नव दिनों में देवी माँ के नव रूपों की पूजा की जाती है। फिर इसके अगले दिन दशहरा मनाया जाता है।
नवरात्रि के इन नव दिनों में तीन देवीयों महालक्ष्मी, महासरस्वती और दुर्गा के नव रूपों की पूजा की जाती है। जिसे हम नवदुर्गा के नाम से भी जानते है।
भारत में नवरात्रि पूजा की एक झलक
भारत में नवरात्रि की पूजा भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तरीकों से बड़ी ही धूम-धाम से मनाई जाती है। गुजरात में नवरात्रि का समारोह डांडिया और गरवा के रूप में मनाया जाता है। गुजरात में यह कार्यक्रम पूरी रात चलता है। यंहा पर आरती से पहले देवी के सम्मान में गरवा और आरती के बाद डांडिया समारोह किया जाता है।
नवरात्रि की शुरुआत
नवरात्रि की पूजा नव दिनों तक चलती है इन नव दिनों में सुबह-शाम माता दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है –
नवरात्रि के पहले तीन दिन
नवरात्रि के पहले तीन दिनों में माँ दुर्गा की पूजा उनकी ऊर्जा और शक्ति के लिए की जाती है। नवरात्रि के हर दिनों की पूजा एक विशेष रूप में की जाती है। नवरात्रि में बालिकाओं की पूजा की जाती है। यह सब बुराई नीतियों पर जीत प्राप्त करने का प्रतीक माना जाता है।
नवरात्रि के चौथे, पाँचवे और छटवे दिन
नवरात्रि के चौथे, पाँचवे और छटवे दिन लक्ष्मी देवी के समृद्धि शांति के के लिए पूजा की जाती है। जो की मानव जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। पाँचवे दिन माँ सरस्वती की पूजा होती है इसमें माँ सरस्वती के सामने दीप और धूप दिखाकर माँ को प्रशन्न किया जाता है।
नवरात्रि के सातवें और आठवें दिन
नवरात्रि के सातवें और आठवें दिन ज्ञान की देवी सरस्वती माँ की पूजा की जाती है। और आठवें दिन हवन किया जाता है यह हवन दुर्गा माँ के सम्मान तथा उनको विदा करने के उद्देश्य से किया जाता है।
नवरात्रि का नवाँ दिन
नवरात्रि का नवाँ दिन माँ दुर्गा के विदाई के रूप में मनाया जाता है। यह दिन महानवमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भी कन्याओँ की पूजा की जाती है। इन कन्याओँ की देवी दुर्गा के नौ रूपों के रूप में पूजा की जाती है।
नवरात्रि में इन बातों का जरूर ध्यान दे -
- नवरात्रि में केवल शाकाहारी भोजन खायें, नवरात्रि में प्याज लहसुन न खांए।
- खाना पकाने के लिए सेंधा नमक का प्रयोग करें।
- नवरात्रि में बाल नहीं कटवाना चाहिए आदि।
- नवरात्रि मे सुबह -शाम माँ दुर्गा की आरती करनी चाहिए|