The Little Red Hen Story in Hindi
एक बार की बात है, एक छोटी लाल मुर्गी थी जो अपने दोस्तों के साथ एक खेत में रहती थी, एक आलसी कुत्ता, एक नींद वाली बिल्ली और एक शोर करने वाली पीली बत्तख। एक दिन छोटी लाल मुर्गी को खेत में कुछ गेहूं के बीज मिले और उसने उन्हें बोने का फैसला किया।
उसने अपने दोस्तों से पूछा कि क्या वे उसकी मदद करना चाहेंगे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। कुत्ते ने कहा कि वह बहुत थक गया है, बिल्ली ने कहा कि वह झपकी लेना चाहती है, और बत्तख ने कहा कि वह तालाब में तैरना चाहती है।
तो छोटी लाल मुर्गी ने यह सब खुद करने का फैसला किया। उसने गेहूँ के बीज बोए, उन्हें सींचा और उन्हें बढ़ते देखा। जब गेहूँ कटने के लिए तैयार हो गया, तो छोटी लाल मुर्गी ने अपने दोस्तों से पूछा कि क्या वे उसकी मदद करना चाहेंगे, लेकिन उन सभी ने फिर से मना कर दिया।
तो छोटी लाल मुर्गी ने अपने आप ही गेहूँ की फसल काट ली, और उसने अपने दोस्तों से पूछा कि क्या वे गेहूँ का आटा पीसने और उसकी रोटी बनाने में उसकी मदद करना चाहेंगे। लेकिन सबने एक बार फिर मना कर दिया।
तो छोटी लाल मुर्गी ने पूरी तरह से खुद ही रोटी बनाई, और जब वह पूरी तरह से तैयार हो गई, तो उसने अपने दोस्तों से पूछा कि क्या वे इसे खाने में उसकी मदद करना चाहेंगे। इस बार सबने हाँ कहा।
लेकिन छोटे लाल मुर्गे ने कहा, “नहीं, मैं यह सब अपने आप खाऊंगा। मैंने गेहूं लगाया, मैंने इसे काटा, मैंने इसे आटा बनाया, और मैंने पूरी रोटी खुद ही बनाई। अगर तुमने मेरी मदद की होती, तो मैं आपके साथ जरुर साझा करता”
उस दिन से, छोटी लाल मुर्गी के दोस्तों ने उसके काम में उसकी मदद करना सीख लिया, और वे सभी एक साथ रोटी का आनंद लेने लगे। छोटी लाल मुर्गी खुश थी, और उसके दोस्त भी खुश थे।