Speech on Republic day in Hindi
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, शिक्षकगण, अतिथि महोदय एवम् मेरे प्यारे सहपाठियों को मेरा नमस्कार एवं गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
आज मैं आपके सामने 26 जनवरी पर अपने विचार रखने के लिए उपस्थित हुआ हूं। जैसा कि सभी को पता है कि हम सब 74वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए इस प्रांगण में इकठ्ठा हुये हैं। आज हमारे लिये बड़े हर्षोल्लास का दिन है क्योंकि आज के दिन हम पूर्ण रूप से स्वतंत्र हुये थे। इसके पहले हमारा देश कई वर्षों तक आतातायियों एवम् अंग्रेजी हुकूमत का गुलाम रहा।
सोने की चिड़िया कही जाने वाली भारत मां को इन्होंनें लूटकर खोखला कर दिया। फिर भारत मां के कई वीर सपूतों ने भारत मां की आजादी के लिए अपना सर्वत्र न्यौछावर कर दिया। जिनमें भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, महात्मा गांधी, रानी लक्ष्मीबाई, सुखदेव, मंगल पाण्डेय तथा सुभाषचंद्र बोस आदि कई वीर सपूत शामिल थे।
इन सबके अथक प्रयास से हमारे देश को स्वतंत्रता तो 15 अगस्त 1947 को ही मिल गईं। परन्तु हमें पूर्ण रूप से आजादी 26 जनवरी 1950 को मिली, जब आज के ही दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ तथा हमारा देश डेमोक्रेटिव रिपब्लिक बन गया।
अब जनता का जनता के द्वारा शासन है अर्थात् जनता खुद ही अपने नेता का चयन कर सकती है। हम सब उन देशभक्तों के ऋणी हैं जिनके सर्वत्र न्यौछावर और अथक प्रयासों के द्वारा हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई है तथा हम सब उन सैनिकों के भी ऋणी हैं जिनके कारण हमारा देश सुरक्षित है और हम सब सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
हमारा देश सदा स्वतंत्र बना रहे इसके लिये हम सबको ये संकल्प लेना होगा कि हम सब देश की एकता और अखंडता को बनाये रखेंगें तथा देश के प्रति अपने कर्तव्यों का ईमानदारीपूर्वक निर्वाह करेगें।।
जय हिन्द, जय भारत मां