सर्वप्रथम बुद्धि शब्द का प्रयोग फ्रांसिस गाल्टन ने 1885 ई० में किया।
बुद्धि मापन का प्रयोग सर्वप्रथम अल्फ्रेड बिने ने किया था।
बुद्धि एक प्रकार का अमूर्त संप्रत्यय है।
बुद्धि हमारे मस्तिष्क में होती है।
बुद्धि संगठित इकाई है जिसका विभाजन नहीं किया जा सकता है।
बुद्धि जीवन की समस्याओं को हल करने का गुण है।
पाठ्यक्रम का बुद्धि पर सर्वाधिक प्रभाव पड़ता है।
थार्नडाइक ने बुद्धि के 3 – प्रकार माने हैं – अमूर्त बुद्धि, सामाजिक बुद्धि, गामक या यांत्रिक बुद्धि
गैरेट ने भी बुद्धि के 3 – प्रकार माने हैं – मूर्त बुद्धि, अमूर्त बुद्धि, सामाजिक बुद्धि
अमूर्त बुद्धि वाले व्यक्ति कवि, साहित्यकार, चित्रकार, दार्शनिक होते हैं।
सामजिक बुद्धि वाले व्यक्ति व्यवसायी, कूटनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता होते हैं।
गामक या यांत्रिक बुद्धि वाले व्यक्ति कुशल कारीगर, मिस्त्री, इंजीनियर होते हैं।
बुद्धि की विशेषताएं
बुद्धि एक जन्मजात/प्राकृतिक योग्यता है।
बुद्धि योग्यताओं का समूह है।
बुद्धि अमूर्त संप्रत्यय है।
बुद्धि परिवर्तनशील एवं विकासशील होती है।
बुद्धि पर वातावरण, प्रशिक्षण, शिक्षा एवं वंशानुक्रम आदि का प्रभाव पड़ता है।
ज्ञान और बुद्धि में घनिष्ठ सम्बन्ध है।
ज्ञान का व्यवहारिक जीवन में प्रयोग करना बुद्धि है।
बुद्धि की परिभाषाएं
बुद्धि समायोजन की योग्यता है।
बुद्धि सीखने की योग्यता है।
बुद्धि अमूर्त चिंतन की योग्यता है।
स्टर्न
बकिंघम
बिने
क्रुज
डियर बार्न
स्पीयर मैन
बर्ट
मैक्डूगल
टरमन
कालविन
थार्नडाइक
फ्रीमैन
फ्रीमैन
फ्रीमैन
”बुद्धि समायोजन, अधिगम (सीखने) और अमूर्त चिंतन की योग्यता है।” – फ्रीमैन
”बुद्धि सीखने की योग्यता है।” – बकिंघम
”बुद्धि सीखने या अनुभव से लाभ उठाने की योग्यता है।” – डियर बार्न
”बुद्धि अमूर्त चिंतन के बारे में विभिन्न योग्यता का नाम है।” – टरमैन
”बुद्धि में 4 – शब्द निहित हैं – ज्ञान, आविष्कार, निर्देश, आलोचना।” – बिने
”बुद्धि कार्य करने की योग्यता है।” – वुडवर्थ
”बुद्धि, ज्ञान का अर्जन करने की क्षमता है।” – वुडरो
बुद्धि मापन
बिने से पूर्व का काल (1905 से पूर्व का काल)
बिने से पूर्व के काल को (1905 से पूर्व का काल) प्रारम्भिक काल या अवैज्ञानिक काल माना जाता है।
इस अवैज्ञानिक काल में बुद्धि का मापन शरीर रचना के आधार पर किया जाता था।
इस अवैज्ञानिक काल के प्रमुख मनोवैज्ञानिक लेवेस्टर, बैवर, गिलफोर्ड, गाल्टन, गिलबर्ट, कैटेल आदि है।
लेवेस्टर ने 1775 में सर्वप्रथम शरीर रचना की दृष्टि से बुद्धि का मापन किया।
कैटेल ने सर्वप्रथम 1890 में ‘बुद्धि मापन एवं परीक्षण’ में बुद्धि मापन का प्रयोग किया।
बिने का काल (1905 – 1911)
बिने के काल (1905 – 1911) को वैज्ञानिक काल माना जाता है।
इस काल में बुद्धि के मापन का आधार मानसिक आयु था।
इस काल के प्रमुख व्यक्ति अल्फ्रेड बिने थे तथा इनके सहयोगी साइमन थे।
बिने – साइमन बुद्धि परीक्षण (1905) फ्रांस के छोटे बालकों के लिए (फ्रेंच भाषा में) था। यह शाब्दिक बुद्धि परीक्षण (पढ़े – लिखे के लिए) था।
बिने – साइमन बुद्धि परीक्षण (1905) मानसिक आयु पर आधारित था।
यह परीक्षण बुद्धि मापन का वैज्ञानिक परीक्षण/सफल परीक्षण था।
बिने – साइमन बुद्धि परीक्षण (1905) में दो संशोधन किये गए।
प्रथम संशोधन 1908 में किया गया जो 3 से 11 वर्ष तक के बालकों के लिए था।
द्वितीय संशोधन 1911 में किया गया जो 3 से 16 वर्ष तक के बालकों के लिए था।
1911 में जर्मनी के स्टर्न व कुहलमान ने बुद्धि – लब्धि का सूत्र दिया।
बुद्धि – लब्धि = मानसिक आयु /वास्तविक आयु (यह बुद्धि – लब्धि का आरंभिक सूत्र था।)
बुद्धि – मापन में मानसिक योग्यता और क्षमता का मापन किया जाता है।
आधुनिक काल (1911 के बाद का समय)
इस काल में बुद्धि – लब्धि के आधार पर बुद्धि – मापन का कार्य किया गया।
बुद्धि – लब्धि = (मानसिक आयु/वास्तविक आयु) X 100 (यह सूत्र अमेरिकी मनोवैज्ञानिक टरमैन के द्वारा दिया गया है।)
प्रश्न – किसी बालक की मानसिक आयु 8 वर्ष है तथा वास्तविक आयु 10 वर्ष है तो बुद्धि – लब्धि क्या होगी।
हल – (मानसिक आयु/वास्तविक आयु) X 100 = (8/10) X 100 = 80
1916 में स्टैनफोर्ड विश्व विद्यालय में बिने साइमन बुद्धि परीक्षण का संशोधन किया। यह सबसे सफल संशोधन माना जाता है।
यह परीक्षण शाब्दिक बुद्धि परीक्षण (पढ़े – लिखे बालकों के लिए) था।
बुद्धि – लब्धि का टरमैन द्वारा दिया गया वर्गीकरण
बुद्धि – लब्धि
बालकों के प्रकार/वर्ग विवरण
140 और इससे ऊपर
प्रतिभाशाली
130 – 139
प्रखर या अतिश्रेष्ठ
120 – 129
तीव्र या श्रेष्ठ
110 – 119
औसत से अधिक
90 – 109
सामान्य या औसत
80 – 89
सीमावर्ती और अल्प (पिछड़े बालक)
70 – 79
औसत से कम
50 – 69
मूर्ख
25 – 49
मूढ़
25 से कम
जड़ – बुद्धि
आर्मी अल्फ़ा परीक्षण एक शाब्दिक बुद्धि परीक्षण है। यह बुद्धि – परीक्षण प्रथम विश्व युद्ध के समय सैनिकों को भर्ती करने के लिए किया गया था। यह परीक्षण अमेरिका में किया गया था।
आर्मी बीटा परीक्षण एक अशाब्दिक बुद्धि – परीक्षण है जो पढ़े – लिखे और अनपढ़ों के लिए था।
भाटिया बैटरी क्रियात्मक बुद्धि – परीक्षण एक अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण था। इसका परीक्षण चन्द्र मोहन भाटिया के द्वारा इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) में किया गया।
बिने – हिन्दुस्तानी परफार्मेंस पॉइंट स्केल
यह प्रथम हिन्दुस्तानी परीक्षण था।
यह परीक्षण लाहोर विश्व विद्यालय में 1912 में किया गया।